हम सभी लोग अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए बचत करते हैं। बचत करने से जहां एक तरफ इमरजेंसी में पैसे का इस्तेमाल हो सकता है, वहीं यह लोन लेने के रास्ते से भी बचाता है। एक आदमी के वित्तीय गोल होते हैं रिटायरमेंट, बच्चों की शादी, छुट्टियां, घर खरीदना, बड़ी कार खरीदना या फिर अपना व्यापार शुरू करना। इनको पूरा करने के लिए पैसा और समय चाहिए होता है। अगर आप इसके लिए पांच से 10 साल का समय देते हैं तो फिर यह आपको फायदा देगा। पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड के सीईओ अजीत मेनन के अनुसार हर तरह का गोल पूरा करने के लिए अलग-अलग म्यूचुअल फंड में निवेश करने की जरूरत पड़ती है। वैसे तो म्यूचुअल फंड सात प्रकार के होते हैं लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा सिर्फ पांच प्रकार के फंड की होती है। ये फंड है इक्विटी फंड, बैलेंस फंड, इंडेक्स फंड, डेब्ट फंड, मनी मार्केट फंड, गिल्ड फंड और लिक्विड फंड। 1. इक्विटी फंड इक्विटी फंड, एक म्युचुअल फंड होता है जो स्टॉक में मुख्य रूप से निवेश करता है। यह सक्रिय या निष्क्रिय (इंडेक्स फंड) रूप से प्रबंधित हो सकता है। इक्विटी फंड को स्टॉक फंड के रूप में भी जानते हैं