युवा निवेशक इन 6 तरीकों से करें बचत-निवेश, *नहीं होगी पैसे की कमी*
आज के दौर में काफी कम उम्र में ही लोग कमाना शुरू कर देते हैं। लेकिन काफी वक्त के बाद भी उनके पास बचत के नाम पर कुछ नहीं होता है। आखिर इसके पीछे क्या कारण होते हैं कि हर महीने मोटी तनख्वाह के बावजूद वे बचत नहीं कर पाते हैं। दरअसल, *इन सब के पीछे फाइनेंसियल प्लानिंग का न होना जिम्मेदार है।*
आजकल के दौर में कॉलेज की शिक्षा पूरी करते ही छात्रों को मिल जाती है नौकरी
युवाओं के हाथ हर महीने आने लगती है तनख्वाह के रूप में अच्छी-खासी रकम
युवा निवेशकों को शुरुआत से ही निवेश की ओर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए
निवेश से संबंधित कुछ टिप्स जानकर आप बेहतर तरीके से निवेश को अंजाम दे सकेंगे
आजकल के दौर में कॉलेज की शिक्षा पूरी करते ही छात्रों को नौकरी मिल जाती है। 21-22 साल की उम्र से ही युवाओं के हाथ हर महीने SALARY के रूप में अच्छी-खासी रकम आने लगती है। *ऐसे में युवा निवेशकों को शुरुआत से ही INVESTMENT की ओर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए*, ताकि बेहद कम समय में न सिर्फ वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके, *बल्कि एक अच्छा-खासा फंड भी तैयार हो सके।* हम आपको ऐसे ही कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिससे आप बेहतर तरीके से निवेश को अंजाम दे सकेंगे।
*1. शुरुआत में आपको एक इमरजेंसी फंड (कॉन्टिजेंसी फंड) तैयार करना चाहिए*, जो कम से कम छह महीने तक आपका खर्च वहन करने में सक्षम हो। अगर आप किसी ऐसी इंडस्ट्री में हैं, जहां नौकरी को हमेशा खतरा रहता है, तो आपका यह फंड और बड़ा होना चाहिए। इसका मकसद यही है कि अप्रत्याशित खर्च आपकी वित्तीय योजनाओं को पटरी से न उतार पाए।
*2. आप एक हेल्थ कवर लें।* अगर आपके पास कंपनी का दिया हुआ कवर है, तो भी एक इंडिविजुअल कवर लें।
*3.* अगर आपके ऊपर कोई वित्तीय रूप से निर्भर है, तो आपको एक पर्याप्त लाइफ इंश्योरेंस कवर भी लेना चाहिए। *इसके लिए आप एक टर्म इंश्योरेंस लें।*
*4. आप अपने भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों की पहचान करें।* अपने लक्ष्य को निर्धारित करें, ताकि आप निवेश का एक प्लान बना सकें और बिना नाकामी के उसे हासिल कर सकें।
*5*. तीन से चार सालों में पूरी होने वाली कम अवधि के लक्ष्यों के लिए *आप डेट म्यूचुअल फंड या बैंक डिपॉजिट का सहारा ले सकते हैं।*
*6. लंबी अवधि के लक्ष्य (पांच से साल साल से अधिक) को हासिल करने के लिए आपको इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश पर विचार करना चाहिए।* अपने रिस्क प्रोफाइल के आधार पर आपको इक्विटी म्यूचुअल फंड का चयन करना चाहिए। अगर आप बेहद कम रिस्क लेना चाहते हैं, तो आपको लार्जकैप स्कीम का चयन करना चाहिए। अगर आपका रिस्क प्रोफाइल मोडरेट है, तो आप मल्टीकैप में निवेश का चुनाव करें। और अगर आप आक्रामक इन्वेस्टर हैं, तो मिड और स्मॉल कैप स्कीम का चुनाव कर सकते हैं।
*ये करते समय संपत्ती नियोजन (Asset allocation)करना जरुरी है ।* इसके लिये आपको आर्थिक सल्लागार (Financial Consultant) बहोत जरुरी है।
*।। तो १ जानेवारी से आप आपनी पहले SIP चालू करे* और इसे हर साल १०% से उसको बढाने कि आदत डाल दो ।।
।।२०१९ न्यू इअर कि हार्दिक शुभकामनाए।।
Partner Name.Dr.Santosh Suryawanshi
Ph.D in Economics
Certified Mutual funds Adviser and SBI LIFE Insurance Adviser
Contact no 8459775427
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